यह साधना किसी भी अमावस्या से प्रारम्भ करें देवी अपने अंग, परिवार, आयुध और शक्ति सहित पधारें तथा मूर्ति में प्रतिष्ठित होकर हमारी पूजा ग्रहण करें। इस हेतु संपूर्ण शरणागतभाव से देवी से प्रार्थना करना, अर्थात उनका आह्वान करना। आह्वान के समय हाथ में चंदन, अक्षत एवं तुलसीदल अथवा https://hanuman-shabhar-mantra77666.blogthisbiz.com/32389644/baglamukhi-sadhna-things-to-know-before-you-buy